मुल्तान में पाकिस्तान और वेस्टइंडीज़ के बीच दूसरे टेस्ट मैच में स्पिन गेंदबाजों का दबदबा रहा, जहां कुल 20 विकेट गिरे और दोनों टीमें मात्र नौ रनों के अंतर से सिमट गईं। पाकिस्तानी स्पिनर नोमान अली ने हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया, जो टेस्ट क्रिकेट में किसी पाकिस्तानी स्पिनर द्वारा पहली हैट्रिक थी।
वेस्टइंडीज़ की पहली पारी में टीम 8 विकेट पर 54 रन के संकट में थी, लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों की संघर्षपूर्ण पारियों ने उन्हें 163 रन तक पहुंचाया। जवाब में, केमार रोच की घातक गेंदबाजी और जोमेल वारिकन तथा गुडाकेश मोती की स्पिन जोड़ी ने पाकिस्तान के शीर्ष क्रम को तहस-नहस कर दिया, जिससे पूरी टीम 154 रन पर सिमट गई।
टॉस जीतकर वेस्टइंडीज़ ने पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया, लेकिन मिकील लुइस और डेब्यूटेंट आमिर जंगू के जल्दी आउट होने से टीम दबाव में आ गई। क्रैग ब्रैथवेट और कावेम हॉज ने कुछ हद तक पारी को संभाला, लेकिन एक बार उनकी साझेदारी टूटने के बाद, वेस्टइंडीज़ ने अगली 13 गेंदों में पांच विकेट गंवा दिए, जिससे उनका स्कोर 32/2 से 38/7 हो गया।
नोमान अली ने 12वें ओवर में हैट्रिक पूरी की, जिसमें जस्टिन ग्रीव्स, टेविन इमलाच और केविन सिंक्लेयर उनके शिकार बने। हालांकि, निचले क्रम के बल्लेबाजों, विशेषकर मोती, रोच, और वारिकन ने महत्वपूर्ण रन जोड़कर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
पाकिस्तान की पारी की शुरुआत भी खराब रही, जहां मोहम्मद हुरैरा, बाबर आज़म और शान मसूद जल्दी पवेलियन लौट गए। सऊद शकील और कामरान गुलाम ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन गुलाम के आउट होने के बाद शकील और मोहम्मद रिजवान ने मोर्चा संभाला। उन्होंने स्पिनरों के खिलाफ आत्मविश्वास से बल्लेबाजी की, लेकिन अंततः पाकिस्तान की पारी 154 रन पर समाप्त हो गई।
इस प्रकार, पहले दिन के खेल में स्पिन गेंदबाजों का वर्चस्व रहा, और दोनों टीमें एक-दूसरे के स्कोर के करीब रहीं।