चैंपियंस ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें मंगलवार को दुबई में आमने-सामने होंगी। यह मुकाबला एक नई पिच पर खेला जाएगा ताकि दोनों टीमों के लिए समान परिस्थितियाँ बनाई जा सकें। हालांकि, कुछ क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारत के दुबई में रहने से उन्हें पिच और माहौल को समझने में बढ़त मिली है।
गौरतलब है कि ग्रुप स्टेज में भारत ने तीन अलग-अलग पिचों पर मुकाबले खेले थे।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने इस मुकाबले को लेकर अपनी राय रखते हुए भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने की सलाह दी है।
“सेमीफाइनल के लिए दुबई में एक नई पिच तैयार की गई है। देखने वाली बात यह होगी कि क्या यह बदलाव कोई खास फर्क डालता है या नहीं। दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम की पिच पूरी तरह सूखी है और उस पर घास नहीं है। ऐसे में यह मायने नहीं रखता कि आप थोड़ी बहुत बदलाव करते हैं या नहीं। मेरी यही इच्छा है कि रोहित टॉस जीतें और पहले बल्लेबाजी करें, क्योंकि इससे जीत की राह आसान हो जाएगी,” आकाश चोपड़ा ने सोशल मीडिया पर साझा किया।
सेमीफाइनल से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित शर्मा ने स्पष्ट किया कि दुबई भारतीय टीम का घरेलू मैदान नहीं है और यहाँ की पिचें हर मैच में अलग तरह की चुनौतियाँ पेश कर रही हैं।
“हर मैच में हमें अलग-अलग तरह की पिचों पर खेलना पड़ा है। हमने अब तक तीन मुकाबले खेले हैं और हर बार परिस्थितियाँ भिन्न रही हैं। यह हमारा घरेलू मैदान नहीं है, हम यहाँ ज्यादा मैच नहीं खेलते हैं, इसलिए यह हमारे लिए भी एक नया अनुभव है,” रोहित ने कहा।
“दुबई में कई पिचें उपयोग की जा रही हैं। मुझे नहीं पता कि सेमीफाइनल किस पिच पर खेला जाएगा, लेकिन जो भी परिस्थितियाँ होंगी, हमें उन्हें अपनाकर खेलना होगा,” उन्होंने आगे कहा।
रोहित ने यह भी बताया कि पिछले मुकाबले में न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को हल्की स्विंग मिली थी, जबकि शुरुआती दो मैचों में ऐसा नहीं हुआ था।
“हर पिच पर अलग-अलग परिस्थितियाँ देखने को मिल रही हैं, इसलिए यह कहना मुश्किल है कि सेमीफाइनल की पिच कैसा व्यवहार करेगी,” उन्होंने अपनी बात समाप्त की।